अध्याय 13 – अपशिष्ट जल की कहानी
- अपशिष्ट जल क्या है? (What is Wastewater?)
- अपशिष्ट जल (Wastewater) वह पानी है जो उपयोग के बाद गंदा हो जाता है, जैसे शौचालय से निकलने वाला पानी, कपड़े धोने का पानी, रसोई का पानी, कारखानों से निकलने वाला पानी।
- इसे सीवेज (Sewage) भी कहा जाता है।
- अपशिष्ट जल में विभिन्न प्रकार की अशुद्धियाँ घुली या निलंबित होती हैं, जिन्हें संदूषक (Contaminants) कहते हैं।
- सीवेज क्या है? (What is Sewage?)
- सीवेज अपशिष्ट जल है जिसमें घरेलू कचरा, औद्योगिक कचरा, अस्पताल का कचरा, वर्षा जल जो सड़क पर बहता है (तूफानी जल), आदि शामिल होता है।
- यह कार्बनिक और अकार्बनिक अशुद्धियों से युक्त एक जटिल मिश्रण है।
- सीवेज में मौजूद अशुद्धियाँ (Impurities in Sewage):
- कार्बनिक अशुद्धियाँ: मानव मल, पशु अपशिष्ट, तेल, यूरिया, कीटनाशक, शाकनाशी, फल और सब्जियों का कचरा।
- अकार्बनिक अशुद्धियाँ: नाइट्रेट, फॉस्फेट, धातुएँ।
- पोषक तत्व: फॉस्फोरस, नाइट्रोजन।
- जीवाणु: हैजा, टाइफाइड आदि रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया।
- अन्य सूक्ष्मजीव: विभिन्न रोगजनकों (pathogens)।
- जल हमारा जीवन (Water Our Lifeline)
- पानी मानव अस्तित्व के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
- स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल (Potable Water) एक बुनियादी आवश्यकता है।
- पानी की अनुपलब्धता और दूषित पानी से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे जल-जनित रोग (Water-borne diseases) जैसे हैजा, टाइफाइड, पीलिया आदि।
- वाहित मल निपटान: एक चुनौती (Sewage Disposal: A Challenge)
- बिना उपचारित सीवेज को सीधे नदियों या समुद्र में छोड़ना पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है।
- यह जल निकायों को प्रदूषित करता है और जलीय जीवन को नुकसान पहुँचाता है।
- अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र (Wastewater Treatment Plant – WWTP)
- अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र या सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) वे स्थान हैं जहाँ अपशिष्ट जल को पर्यावरण में छोड़ने से पहले उपचारित (treated) किया जाता है ताकि उसमें से अशुद्धियों को हटाया जा सके।
- उपचार की प्रक्रिया कई चरणों में होती है:
- बार स्क्रीन (Bar Screens):
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- अपशिष्ट जल को सबसे पहले बार स्क्रीन से गुजारा जाता है।
- ये बड़ी वस्तुओं जैसे कपड़े के टुकड़े, डंडे, प्लास्टिक बैग, कैन आदि को हटाते हैं।
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- ग्रिट और रेत हटाना (Grit and Sand Removal):
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- अपशिष्ट जल को एक टैंक में भेजा जाता है जहाँ पानी की गति धीमी हो जाती है।
- इससे रेत, ग्रिट (बजरी) और छोटे पत्थर नीचे बैठ जाते हैं।
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iii. ठोस हटाना (Solid Removal / Sedimentation):
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- जल को एक बड़े, ढलान वाले टैंक में भेजा जाता है।
- इसमें मल (faeces) जैसे ठोस अपशिष्ट नीचे बैठ जाते हैं और कीचड़ (Sludge) बनाते हैं। इस कीचड़ को खुरच कर अलग कर दिया जाता है और इसे एक अलग टैंक में भेजा जाता है जहाँ यह एनारोबिक बैक्टीरिया (anaerobic bacteria – ऑक्सीजन के बिना जीवित रहने वाले जीवाणु) द्वारा विघटित होता है, जिससे बायोगैस (biogas) बनती है।
- तेल और ग्रीस जैसे हल्के तैरने वाले पदार्थ ऊपर तैरते हैं और उन्हें स्किमर (skimmer) द्वारा हटाया जाता है।
- इस चरण में प्राप्त पानी को स्पष्टीकृत जल (Clarified Water) कहते हैं।
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- वायुवातक टैंक (Aeration Tank):
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- स्पष्टीकृत जल को एक वायुवातक टैंक में भेजा जाता है।
- इसमें हवा पंप की जाती है जिससे पानी में एरोबिक बैक्टीरिया (aerobic bacteria – ऑक्सीजन की उपस्थिति में जीवित रहने वाले जीवाणु) पनपते हैं।
- ये बैक्टीरिया मानव अपशिष्ट, खाद्य अपशिष्ट, साबुन और अन्य अवांछित पदार्थों को पचा लेते हैं।
- कई घंटों के बाद, बैक्टीरिया के गुच्छे और अन्य सूक्ष्मजीव टैंक के तल पर बस जाते हैं, जिसे सक्रिय कीचड़ (Activated Sludge) कहते हैं।
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- बेहतर स्वच्छता प्रथाएँ (Better Sanitation Practices)
- स्वच्छता (Sanitation) का अर्थ है अपशिष्ट निपटान, विशेषकर मानव अपशिष्ट का सुरक्षित निपटान।
- अच्छी स्वच्छता प्रथाओं का महत्व:
- बीमारियों के प्रसार को रोकना।
- पर्यावरण को स्वच्छ रखना।
- पीने के पानी के स्रोतों को दूषित होने से बचाना।
- स्वच्छता के लिए कदम:
- सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग करना।
- खुले में शौच न करना।
- सीवेज को सीधे नालियों में न छोड़ना।
- व्यक्तिगत और सामुदायिक स्वच्छता बनाए रखना।
- वैकल्पिक अपशिष्ट जल निपटान व्यवस्थाएँ (Alternative Wastewater Disposal Arrangements)
- जहाँ सीवेज सिस्टम नहीं हैं, वहाँ अपशिष्ट निपटान के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएँ उपयोग की जाती हैं:
- सेप्टिक टैंक (Septic Tanks): ये एकल घरों या छोटे समुदायों के लिए उपयुक्त होते हैं जहाँ भूमिगत सीवेज प्रणाली नहीं होती।
- रासायनिक शौचालय (Chemical Toilets): इनमें मानव अपशिष्ट को तोड़ने के लिए रसायन होते हैं।
- कम्पोस्टिंग पिट (Composting Pits): कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में मानव अपशिष्ट को खाद में बदलने के लिए उपयोग किया जाता है।
- बायो–टॉयलेट्स (Bio-Toilets): ये भारतीय रेलवे द्वारा विकसित किए गए हैं जो मानव अपशिष्ट को बैक्टीरिया द्वारा बायोगैस और पानी में विघटित करते हैं।
- सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता (Sanitation at Public Places)
- रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर अपशिष्ट जल और ठोस अपशिष्ट का निपटान एक बड़ी चुनौती है।
- इन स्थानों पर सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है।