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🌐 संयुक्त राष्ट्र संघ नोट्स PDF : संयुक्त राष्ट्र और इसके संगठन
संयुक्त राष्ट्र संघ नोट्स PDF के माध्यम से आप संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की स्थापना, उद्देश्य, संरचना, प्रमुख संस्थाएं और उसकी वैश्विक भूमिका को विस्तार से समझ सकते हैं। यह टॉपिक न केवल कक्षा 12 के राजनीतिक विज्ञान विषय के छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, बल्कि UPSC, NET, SSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए भी यह PDF फ़ॉर्मेट में अध्ययन का एक उपयोगी स्रोत है।
ऐसे संगठन जिसमे विश्व के लगभग सभी देश सदस्य होते है और ये पुरे विश्व के लिए कार्य करते है अंतराष्ट्रीय संघठन कहलाते हैं |
अन्तर्राष्ट्रीय संगठन की जरुरत
- अंर्तराष्ट्रीय विवादों का शांतिपूर्ण ढंग से समाधान निकालने के लिए |
- ऐसी समस्याओ को सुलझाने के लिए जिनका समाधान कोई एक देश अकेले नहीं कर सकता।
- देशो के बीच समझौता करवाने के लिए।
- अर्न्तराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए |
- विश्व में युद्ध होने की सम्भावना को कम करने के लिए।
मुख्य अंतर्राष्ट्रीय संगठन
- लीग ऑफ़ नेशंस
- संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO)
- यूनेस्को (UNESCO)
- यूनिसेफ (UNICEF)
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)
- अंतराष्ट्रीय मज़दूर संघ (ILO)
लीग ऑफ़ नेशंस
- प्रथम विश्व युद्ध की वजह से पूरी दुनिया को भारी नुक्सान का सामना करना पड़ा।
- इस तरह के विश्व युद्ध को दुबारा होने से रोकने और विश्व में शांति बनाये रखने के लिए सभी देशो ने एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन बनाने की सोची ताकि देशो के बीच के विवादों को बातचीत द्वारा सुलझाया जा सके और फिर से विश्व युद्ध न हो।
- इसीलिए 1920 में लीग ऑफ़ नेशंस की स्थापना की गई
- यह संगठन ज़्यादा सफल नहीं हुआ और दुनिया को दूसरे विश्व युद्ध का सामना करना पड़ा।
- दूसरा विश्व युद्ध और भी ज़्यादा खतरनाक रहा और इसमें प्रथम विश्व युद्ध से भी ज़्यादा नुक्सान हुआ।
- सभी देशो को महसूस हुआ की लीग ऑफ़ नेशंस को और ज़्यादा मजबूत बनाने की ज़रूरत है।
- इसीलिए लीग ऑफ़ नेशंस को बदल कर संयुक्त राष्ट्र संघ बना दिया गया।
नोट – संयुक्त राष्ट्र संघ को लीग ऑफ़ नेशंस का उत्तराधिकारी माना जाता है। |
संयुक्त राष्ट्र संघ
यह संयुक्त राष्ट्र का प्रतीक चिन्ह है इसमें दुनिया का नक्शा बना हुआ है और इसके चारो
तरफ जैतून की पत्तियाँ हैं ये पत्तियां विश्व शांति की तरफ संकेत करती है
स्थापना – 24 OCT 1945
स्थापना के समय सदस्य – 51
वर्तमान सदस्य – 193
अंतिम सदस्य देश – दक्षिण सूडान (2011 में)
मुख्यालय / सचिवालय – न्यूयॉर्क
उद्देश्य
- विश्व में शांति बनाये रखना
- देशो के बीच के विवाद को बातचीत से सुलझाना
- देशो की मदद करना
- देशो के सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना
- देशो के बीच संधिया करवाना
- विश्व में सहयोग की भावना विकसित करना
- मानवाधिकारों को बढ़ावा देना
प्रमुख अंग
- संयुक्त राष्ट्र संघ के 6 प्रमुख अंग है।
- महासभा
- सुरक्षा परिषद्
- आर्थिक और सामाजिक परिषद्
- अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय
- न्यासिता परिषद
- सचिवालय
महासभा
- महासभा UNO के सबसे बड़ा अंग है ।
- संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य महासभा के भी सदस्य होते हैं
- महासभा में UNO के सभी सदस्यों को एक वोट का अधिकार दिया जाता है यंहा पर सभी देश बराबर होते है।
- महासभा एक देश की संसद जैसा होता है जहाँ पर विवादों पर चर्चा की जाती है।
- महासभा में सामान्य विषयो पर फैसले आम बहुमत तथा और कुछ खास विषयो पर फैसले दो तिहाई बहुमत से लिए जाते है।
- इसका सम्मलेन हर साल सितम्बर से दिसंबर तक होता है। आपातकालीन स्थिति में विशेष बैठक बुलाई जाती है
- महासभा में अन्य सभी अंगो के सदस्यो का चुनाव किया जाता है
सुरक्षा परिषद्
- सुरक्षा परिषद UNO का सबसे महत्वपूर्ण अंग है।
- सुरक्षा परिषद् में कुल 15 सदस्य होते है जो 2 भागो में बँटे होते है |
- स्थायी 5 सदस्य (अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटैन, चीन और रूस)
- अस्थायी 10 सदस्य (यह 2 साल के लिए चुने जाते है)
- हर स्थायी सदस्य के पास एक ख़ास ताकत होती है जिसे वीटो (निषेधाधिकार) कहा जाता है।
- वीटो का प्रयोग करके स्थायी सदस्य किसी भी प्रस्ताव को रोक सकते है या सीमित कर सकते है।
सुरक्षा परिषद् के कार्य
- देशो के विवादों को सुलझाना
- विश्व में शांति बनाये रखना
- शांति भंग करने वालो को सज़ा देना
- आक्रमणकारी देशो के विरुद्ध सैनिक कार्यवाही करना
आर्थिक और सामाजिक परिषद
- आर्थिक और सामाजिक परिषद् विश्व में सांस्कृतिक, आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक विकास के लिए काम करती है।
- इसका प्रमुख कार्य विश्व में आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक विकास के स्तर को बढ़ाना है।
- इस परिषद् में कुल 54 सदस्य हैं
- प्रत्येक सदस्य का कार्यकाल 3 वर्ष का होता है प्रतिवर्ष 1/3 अर्थात 18 सदस्य का कार्यकाल समाप्त हो जाता है तथा उनकी जगह नए 18 सदस्य चुन लिए जाते हैं |
- इस परिषद् के अधीन अनेक एजेंसियां कार्य करती हैं | जैसे WHO, ILO, IMF इत्यादि |
- इस परिषद की बैठक वर्ष में दो बार होती है जुलाई में जेनेवा में तथा अप्रैल में न्यूयॉर्क में |
वर्तमान में भारत 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2024 तक इस परिषद् का सदस्य है |
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय
- अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय देशो के बीच होने वाले विवादों को सुलझाता है।
- यह हैग(नीदरलैंड) में स्थित है
- अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में 15 न्यायाधीश होते है जिन्हे 9 सालो के लिए चुना जाता है।
- हर 3 साल बाद 5 न्यायधिशो को चुना जाता है।
- सभी फैसले बहुमत से लिए जाते है।
वर्तमान में भारत के जस्टिस दलवीर भंडारी अंतराष्ट्रीय न्यायलय में न्यायधीश हैं
न्यासिता परिषद्
- न्यासिता परिषद् को उन क्षेत्रों की देख रेख करने के लिए बनाया गया है जो दूसरे विश्वयुद्ध के बाद अपना शासन शुरू करने में सक्षम नहीं थे।
- इन क्षेत्रों का सम्पूर्ण देख रेख करना न्यास परिषद की जिम्मेदारी थी।
- शरुआत में इसमें 11 देशो को रखा गया था।
- 1994 में पलामू द्वीप के आज़ाद होने के बाद इसका काम खत्म हो गया है
- पर इसे खत्म नहीं किया गया। सिर्फ स्थगित किया गया है
सचिवालय
- UNO की नौकरशाही को सचिवालय कहा जाता है।
- सचिवालय UNO का प्रशासनिक अंग है
- सचिवालय में UNO के लिए काम करने वाले सभी कर्मचारियों का समूह होता है।
- सचिवालय का मुख्या संयुक्त राष्ट्र का महासचिव होता है
वर्तमान में पुर्तग़ाल के एंटोनियो गुटेरेस संयुक्त राष्ट्र के महासचिव है जो संयुक्त राष्ट्रसंघ के नौवें महासचिव हैं । उन्होंने महासचिव का पद 1 जनवरी 2017 को संभाला । ये 1995 से 2002 तक पुर्तगाल के प्रधानमंत्री और 2005 से 2015 तक यूनाइटेड नेशंस हाई कमीशनर फॉर रिफ्यूजीज रहे ।
संयुक्त राष्ट्र में सुधार की आवश्यकता
शीत युद्ध की समाप्ति के बाद से विश्व में कई सारे परिवर्तन आये और अब विश्व के सामने अलग तरह की चुनौतियां है। जैसे आतंकवाद ,जलवायु परिवर्तन(ग्लोबल वॉरमिंग) ,परमाणु हथियारों का प्रसार ,महामारियाँ आदि ।
इन्ही बदलावों को देखते हुए सुरक्षा परिषद् में सुधार की बात सामने आई। तथा 1992 में UNO की आम सभा में एक प्रस्ताव पास किया गया
इस प्रस्ताव में तीन मुख्य शिकायते थी।
- सुरक्षा परिषद् विश्व वर्तमान राजनीतिक स्थिति की नुमाइंदगी नहीं करता।
- इसके फैसले पर पश्चिमी देशो के हितों की छाप दिखती है।
- सुरक्षा परिषद् में बराबर का प्रतिनिधित्व नहीं है।
सुधार के लिए उठाये गए कदम
- 2005 में संयुक्त राष्ट्र के 60 वर्ष पुरे होने के अवसर पर एक विशेष सत्र बुलाया गया तथा निम्नलिखित सुधार करने का फैसला किया गया
- शांति संस्थापक आयोग का गठन किया गया।
- यदि कोई देश अपने नागरिको को अत्याचार से बचाने में असफल को जाएगा तो विश्व बिरादरी उसकी जिम्मेदारी लेगी।
- हर प्रकार के आतंकवाद की निंदा
- मानवाधिकार परिषद् की स्थापना (19 जून 2006 से प्रभावी)
- लोकतंत्र कोष का गठन
- न्यासिता परिषद् को खत्म करने पर सहमति
सुरक्षा परिषद् में स्थाई सदस्य बनने के लिए मापदंड
- 1997 में तत्तकालीन संयुक्त राष्ट्र महासचिव काफी अन्नान ने सुरक्षा परिषद् में स्थाई व् अस्थाई सदस्य बनने के लिए कुछ मापदंड निर्धारित किये जो निम्लिखित है
- बड़ी आर्थिक शक्ति
- बड़ी जनसँख्या
- बड़ा भू क्षेत्र
- विशाल सैन्य ताकत
- UNO के बजट में उच्च योगदान
- लोकतंत्र और मानवाधिकारों का सम्मान
- सांस्कृतिक विविधता
अगर ऊपर लिखे मानदंडों के हिसाब से स्थाई सदस्य को चुना जाये तो भारत सभी मानदंडों को पूरा करता है और UNO की सुरक्षा परिषद् में स्थाई सदस्य बनने का सबसे बड़ा दावेदार है।
एक ध्रुवीय विश्व और संयुक्त राष्ट्र संघ
- विश्व के लगभग सभी देशो का मानना है की एक ध्रुवीय विश्व में संयुक्त राष्ट्र संघ प्रभावी नहीं है।ऐसा इसीलिए कहा गया क्योकि-
- UNO पर अमेरिका का खास प्रभाव है।
- UNO के बजट में सबसे ज़्यादा योगदान अमेरिका देता है।
- UNO का मुख्यालय अमेरिका के न्यूयॉर्क में है और इसी वजह से इसके ज़्यादातर नौकरशाह अमेरिकी है।
- UNO की सुरक्षा परिषद् में अमेरिका स्थाई सदस्य के रूप में है और इसके पास वीटो का अधिकार भी है।
- अपनी सैन्य और आर्थिक शक्ति की वजह से अमेरिका हमेशा से ही UNO की अनदेखी करता आया है।
महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संगठन
यूनेस्को (UNESCO)
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन
United Nations Educational, Scientific and Cultural Organisation
UNESCO संयुक्त राष्ट्र संघ का एक हिस्सा है इसकी स्थापना दुनिया में शिक्षा विज्ञान और संस्कृति के विकास के लिए की गई थी
स्थापना – 16 नवंबर 1945
मुख्यालय – पेरिस (फ्रांस)
महानिदेशक – ऑद्रे अजोले
सदस्य – 193 पूर्ण सदस्य एवं 11 सहयोगी सदस्य
Note:- इससे पहले इसकी सदस्य संख्या 195 थी पर अमेरिका और इजरायल के हटने के बाद से इसकी सदस्य संख्या 193 हो गई
कार्य
- शिक्षा का विकास करना
- विज्ञान संस्कृति और संचार को बढ़ावा देना
- विश्व सांस्कृतिक धरोहर की पहचान करना
- परस्पद संवाद और शांति की संस्कृति को बढ़ावा देना
- इसके अलावा यूनेस्को विश्व विरासत स्थलों (World Heritage Sites) को निर्धारित करके उनकी देखरेख का काम भी करता है
- विश्व विरासत स्थल उन स्थलों को कहा जाता है जो सांस्कृतिक या प्राकृतिक रूप से मानव के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है
- भारत के कुल 40 स्थलो को विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है
नोट:-UNESCO की स्थापना 16 नवंबर 1945 को की गई लेकिन इसने काम करने की शुरुआत 4 नवंबर 1946 से की इसकी प्रथम कॉन्फ्रेंस 19 नवंबर 1946 को हुई
CBSE REFERENCE MATERIAL
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की स्थापना 4 नवंबर 1946 को हुई थी यूनेस्को संयुक्त राष्ट्र का एक विशेष निकाय है इसका मुख्यालय पेरिस( फ्रांस) में है ,जिसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा, प्राकृतिक विज्ञान, समाज और नृविज्ञान, संस्कृति और संचारको बढ़ावा देना है। पिछले कई वर्षों के दौरान, यूनेस्को अपने सभी सदस्यो राष्ट्र में साक्षरता, तकनीकी और शैक्षिक प्रशिक्षण और स्वतंत्र मीडिया आदि को बढ़ावा देता रहा है।
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संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF)
United Nations International Children’s Emergency Fund
अब इसके नाम में से International और Emergency शब्द को हटा दिया गया है तथा इसका नाम United Nations Children’s Fund हो गया है
स्थापना – 11 दिसंबर 1946
मुख्यालय – न्यूयॉर्क
सदस्य – लगभग 190 से अधिक देश
अध्यक्ष _ कैथरीन रसेल
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ( यूनिसेफ ) के उद्देश्यः –
- बच्चों के लिए आपातकालीन निधि एकत्रित करना
- शैक्षिक बुनियादी ढाँचा प्रदान करना
- विकासशील दुनिया में बाल जन्म दर को बढ़ाना
- शिक्षा के माध्यम से लैंगिक समानता को स्थापित करना
- सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था
- विभिन्न रोगों से शिशुओं का टीकाकरण करना
- बच्चों को पर्याप्त पोषण उपलब्ध करना
- हिंसा और दुरूपयोग से बच्चों का संरक्षण करना
वीटो पावर
- वीटो लैटिन भाषा का एक शब्द है जिसका अर्थ है ‘मैं निषेध करता हूँ वीटो का मतलब है निषेधाज्ञा यानी निषेध अधिकार अर्थात मना करने की शक्ति। वीटो का प्रयोग संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के सदस्यों के द्वारा किया जाता है
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जब कोई प्रस्ताव विचार के लिए लाया जाता है, तो स्थायी सदस्य इस पर विचार करते है, यदि इसमें से कोई भी देश उस प्रस्ताव पर असहमति व्यक्त करता है, तो वह प्रस्ताव पास नहीं किया जाता है | इस प्रकार की शक्ति को ही वीटो पावर कहा जाता है |
CBSE REFERENCE MATERIAL
संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष (यूनिसेफ) की स्थापना 1946 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा एक ऐसे निकाय के रूप में की गई थी जिसका मुख्य कार्य बच्चों के लिए आपातकालीन निधि एकत्र करना और दुनिया भर में उनके विकास कार्यों में मदद करना था। इसके अलावा, यूनिसेफ दुनिया के सभी हिस्सों में बच्चों के स्वास्थ्य और बेहतर जीवन को बढ़ावा देने वाले कार्यों में मदद करता है और प्रोत्साहित करता है। न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका में अपने मुख्यालय के साथ, यूनिसेफ दुनिया के लगभग सभी 193 देशों में सफलतापूर्वक काम कर रहा है। |
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संघ (ILO)
International Labour Organization
- इसका गठन 1919 में किया गया और 2019 में इसने अपने 100 साल पूरे कर लिए हैं
- 1946 में यह संयुक्त राष्ट्र संघ में शामिल हुआ | संयुक्त राष्ट्र में शामिल होने वाला ये प्रथम संगठन है
मुख्यालय – जिनेवा (स्विजरलैंड)
उद्देश्य
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रमिक अधिकारों को बढ़ावा देना
- वैश्विक स्तर पर सामाजिक न्याय बनाए रखना
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ( I.L.O. ) के मुख्य कार्यः –
- सामाजिक न्याय की कुशल स्थितियों को बढ़ावा देना
- वैश्विक स्तर पर अंतराष्ट्रीय मानकों के माध्यम से श्रमिकों के लिए काम करना
- श्रमिकों के लिए सुरक्षा ,समानता और सम्मानजनक स्थिति को बनाना
- रोज़गार के अच्छे अवसर प्रोत्साहित करना
उपलब्धियां
- 1969 में आई एल ओ को शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया
- वैश्विक स्तर पर मजदूरों के अधिकारों की रक्षा कर विकास में योगदान दिया
CBSE REFERENCE MATERIAL
अक्टूबर 1919 में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में अपने मुख्यालय के साथ स्थापित अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO), संयुक्त राष्ट्र का एक निकाय है, जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय श्रम मानकों के माध्यम से सामाजिक न्याय की कुशल परिस्थितियों को बढ़ावा देना और श्रमिकों के लिए काम करना है। इसके अलावा, महिलाओं और पुरुष श्रमिकों को उत्पादक कार्यों में संलग्न करने और कार्यस्थल पर उनके लिए सुरक्षा, समानता और स्वाभिमान की स्थिति पैदा करने के लिए एक प्रोत्साहन है। |
विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O)
World Health Orgasnisation
गठन : 7 अप्रैल 1948
मुख्यालयः जिनेवा ( स्विट्ज़रलैंड )
वर्तमान महानिदेशक : Dr.Tedros Adhanom Ghebreyesus (डॉक्टर टेड्रोस अधानोम घेव्रेयेसस)
विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्य :
- सभी संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण
- जैव चिकित्सा अनुसंधान
- अन्य संगठनों के साथ सहयोग
- व्यापक स्वास्थ्य सेवाओं का विकास
- महामारियो का उन्मूलन
- वर्तमान परिपेक्ष्य में कोविड -19 महामारी को रोकना , पता लगाना और वैश्विक टीकाकरण अभियान की निगरानी ।
अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएँ व गैर सरकारी संगठनः
संयुक्त राष्ट्र संघ के अतिरिक्त कई अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाएँ एवं गैर सरकारी संगठन है जो निरन्तर अपने उद्देश्यों को पूर्ण करने में लगे है
जैसे:-
1) अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF):-
स्थापना – 27 दिसंबर 1945
मुख्यालय – वॉशिंगटन डी॰ सी॰
प्रबंध निदेशक – क्रिस्टालिना जॉर्जीवा
वैश्विक स्तर पर वित्त व्यवस्था की देख – रेख एवं
वित्तीय तथा तकनीकी सहायता मुहैया कराना ।
2) विश्व बैंक (WB):-
स्थापना – दिसंबर 1945
मुख्यालय – वॉशिंगटन डी॰ सी॰
अध्यक्ष – डेविड मालपास
मानवीय विकास ( शिक्षा , स्वास्थ्य ) कृषि और ग्रामीण विकास ,
पर्यावरण सुरक्षा , आधारभूत ढाँचा तथा सुशासन के लिए काम करता है ।
3) विश्व व्यापार संगठन (WTO)
स्थापना – 1 जनवरी 1995
मुख्यालय – जेनेवा
प्रबंध निदेशक – एनगोज़ी ओकोंजो इविएला
यह अंर्तराष्ट्रीय संगठन वैश्विक व्यापार के नियमों को तय करता है ।
4) अंतर्राष्ट्रीय आण्विक उर्जा एजेन्सी (IAEA)
स्थापना – 29 July 1957
मुख्यालय – वियना(ऑस्ट्रिया)
यह संगठन परमाणु उर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने और सैन्य उद्देश्यों में इसके इस्तेमाल को रोकने की कोशिश करता है ।
5) एमनेस्टी इंटरनेशनल :–
स्थापना – 28 May 1961
मुख्यालय – लंदन
संस्थापक – पीटर बेनेनसन, एरिक बाकर
यह एक स्वयंसेवी संगठन है । यह पूरे विश्व में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अभियान चलाता है ।
6) हयूमन राइटस वॉच :-
स्थापना – 1978
मुख्यालय – न्यूयॉर्क सिटी
यह स्वयंसेवी संगठन भी मानवाधिकारों की वकालत और उनसे संबंधित अनुसंधान करने वाला एक अंर्तराष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन है
7) अन्तर्राष्ट्रीय रेड क्रास सोसायटी :-
स्थापना – 17 February 1863
मुख्यालय – जेनेवा
संस्थापक – हेनरी ड्यूनेन्ट
यह सोसायटी युद्ध और आंतरिक हिंसा के सभी पीड़ितों की सहायता तथा सशस्त्र हिंसा पर रोक लगाने वाले नियमों को लागू करने का प्रयास करता है ।
8) ग्रीनपीस :-
स्थापना – 1971
मुख्यालय – एम्स्टर्डम (नेदरलैंड)
ग्रीन पीस फाउण्डेशन विश्व समुदाय को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने तथा पर्यावरण संरक्षण हेतु कानून बनाने के लिए दबाव डालने का कार्य करती है
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